जनजातियों का युवागृह
- युवागृह अविवाहित लड़के -लड़कियों का मिलन'घर होता है ,जहाँ उन्हें सामाजिक व सांस्कृतिक प्रशिक्षण दिया जाता है .
युवागृह दो प्रकार के होते है -
एकलिंगीय -
- इसमें अविवाहित लड़का लड़की शाम को युवागृह में जाते है और रात को वापस आ जाते है .
द्विलिंगीय -
- इसमें अविवाहित लड़का -लड़की जाते है और रात को वाही रुकते है .
घोटुल-
- घोटुल मुरिया जनजाति का युवागृह है .
- यहाँ युवक को चेलिक तथा युवक के मुखिया को सिरेदार कहते है .
- यहाँ युवती को मुटियारीन तथा युवती के मुखिया को बेलोसा कहा जाता है .
- घोटुल में सभी सदस्य का अलग से नामकरण किया जाता है.
- घोटुल में रेला गीत गाया जाता है
CG GK CHHATTISGARH KI JANJATIYA छत्तीसगढ़ की जनजातियाँ भाग 5
पुस्तक
- मुरिया and देयर घोटुल - वेरियर एल्विन द्वारा.
धूमकुरिया-
- धुमकुरिया उराव जनजाति का युवागृह है .
- इसमें युवक को धांगर व युवक मुखिया को धांगर महतो कहते है .
- और युवती को धांगरिन तथा युवती मुखिया को बारकिन धांगरिन कहते है .
- सदस्यों के तीन आयु वर्ग है -
- 13 वर्ष से कम आयु को पूना जोरवार.
- 13-18 वर्ष के आयु को मथजुरिया जोरवार.
- 18 वर्ष से अधिक आयु को धांगर कहते है .
- बिरहोर - गीतिओना
- भारिया - घसरवासा
- भुइयां - रंगबंग
- परजा - धाँगाबक्सर
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